Tuesday, 8 November 2016

सुजोक थेरेपिस्ट: अंतरा चौधरी

सुजोक थेरेपिस्ट: अंतरा चौधरी

वर्तमान में अंगरेजी चिकित्सा पद्धति अधिक प्रचलित हैमगर महंगी  विशेष परिस्थितियों में रोगी को समुचित लाभ नहीं मिल पाने से लोग अन्य विकल्पों को तलाशते हैंइसी जरूरत को पूरा करने के लिए आज प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियाें पर बहुत कुछ किया जा रहा हैइसमें सुजोक पद्धति बेहद कारगर मानी जा रही हैजिसे एिशयाई देशों में प्रचलित कई प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों को मिला कर तैयार किया गया हैयह कई रोगों में दवाओं का विकल्प बनने की क्षमता रखती है और अंगरेजी पद्धति के साथ भी इसे प्रयोग कर सकते हैंइसके बारे में बता रही हैं हमारी सुजोक थेरेपी विशेषज्ञ.

अंतरा चौधरी  Ph: 9958024214   email:      antara_c.1972@yahoo.in                                                         antara.c10@gmail.com

सुजोक थेरेपिस्टक्लब हाउस सेल सिटीन्यू पुनदागरांची

'सुजोकएक प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली हैजिसमें बिना दवाई के साधारण सर्दी-खांसी से लेकर कैंसर तक का इलाज किया जाता हैयह विभिन्न एशियाई देशों जैसे-भारतचीनकोरियाइजिप्ट आदि देशों में प्रचलित प्राकृतिक चिकित्साओं का सम्मिलित रूप हैइसके निर्माता कोरियन प्रोफेसर पार्क जे वु हैं

इन्होंने भारत  अन्य एशियाई देशों की प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली का अध्ययन किया और इनमें समानता पायीउन्होंने इन सभी को एक अत्यंत सहज तरीके से सुजोक चिकित्सा प्रणाली में प्रयोग कियाइसमें इस्तेमाल होनेवाले सामान रसोई में उपलब्ध दालमसाले (बीज के रूप मेंआदि हैंकुछ सामान बगीचे में और कुछ स्टेशनरी जैसे-रंगीन स्केच पेन आदि के रूप में उपलब्ध हैंपुराणों में वर्णित चक्रों-सहस्त्रारज्ञानविशुद्धअनाहतमणिपुरस्वाधिष्ठानमूलाधार को चिकित्सा में अत्यंत सरल रूप में प्रयोग किया गया हैशरीर में 72 लाख नाड़ियों का जाल हैइन नाड़ियों या एनर्जी पथ से ऊर्जा शरीर के विभिन्न हिस्सों में प्रवाहित होती है. 'सोलर या मणिपुर चक्रवायुमंडल से 'ऊर्जाका अवशोषण करता है और दूसरे चक्रों को समय-समय पर ऊर्जा स्थानांतरित करता है
            सुजोक की विशेषताएं
सुजोक की विशेषताएं इस प्रकार हैं-
-   'सुजोकमें हम शरीर के किसी भी हिस्से के रोगों का इलाज सिर्फ हाथ और पैर में करते हैं.
-   इसका कोई 'साइड इफेक्टनहीं हैं क्योंकि यह पॉजिटिव एनर्जी देता हैयह एनर्जी पथ की बाधा दूर करता है या एनर्जी में सामंजस्य लाता हैअतइसका नकारात्मक परिणाम नहीं है.
-    'सुजोकचिकित्सा को अन्य चिकित्सा के साथ भी करा सकते हैंइससे इलाज का लाभ और तेजी से मिलने लगेगापरंतु बिना डॉक्टर के परामर्श से अपनी दवाई बंद  करें.

हम बीमार क्यों पड़ते हैं

एनर्जी पथ में रुकावट आने या वायुमंडलीय ऊर्जा की मात्रा शरीर में कम या अधिक हो जायेतब हम बीमार पड़ जाते हैंऐसा अनियमित जीवनशैली के कारण होता हैविभिन्न चिकित्सा प्रणाली को सम्मिलित रूप से प्रयोग कर इलाज करने पर बहुत ही कारगर परिणाम मिलते हैं.  कुछ उदाहरण :

35 वर्षीया महिला को सांस लेने में तकलीफ थी और आॅक्सीजन सिलेंडर पर 24 घंटे निर्भर थीसुजोक थेरेपिस्ट द्वारा 20 दिन की चिकित्सा के बाद सिलेंडर हटा लिया गयादो महीने में उसने सामान्य जीवन जीना शुरू कर दिया और छह महीने बाद भी अब कोई समस्या नहीं है.

21 वर्ष की कॉलेज की छात्रा को 'साइनसथाछह वर्षों से 'नेजल ड्रॉपलेकर सोती थीफिर भी मध्यरात्रि में नाक बंद होने से उठ बैठती थीसर्दीखांसीगले में इन्फेक्शन और तेज सिरदर्द से परेशान थीदो सप्ताह की चिकित्सा की गयी और आज तक उसे नेजल ड्रॉप की जरूरत नहीं पड़ी.
40 वर्षीय व्यक्ति को 15 साल से पसीना नहीं आता थाजिससे उसके शरीर का तापमान काफी बढ़ जा रहा था और उसे रोज बुखारसिरदर्द और बदन दर्द की शिकायत थीकोई दवाई काम नहीं कर रही थीकई अस्पतालों में उसने जांच करायीजिसमें पता चला कि उनके स्वेद ग्लैंड डेड हो चुके हैंजिसका अभी तक कोई इलाज नहीं हैगत वर्ष दो दिनों की चिकित्सा से बुखारसिरदर्द या बदन दर्द की समस्या समाप्त हुईवे अब नियमित चिकित्सा कराते हैं

हर किसी के लिए सरल चिकित्सा

सुजोक : 

एक परिचय

सुजोक एक प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति हैजिसमें बिना दवाई के हर रोग का इलाज किया जाता हैसुजोक एक कोरियन नाम हैइसके निर्माता प्रोफेसर पार्क जे वु एक कोरियन प्रोफेसर थे. 'सुका अर्थ है हाथ, 'जोकका अर्थ पैर अर्थात 'सुजोकमें सिर्फ हाथ और पैर में चिकित्सा होती है.
सुजोक कई प्राकृतिक चिकित्साओं का सम्मिलित रूप हैइसके अंतर्गत एक्यूप्रेशरहर्बल एक्यूपंक्चरकलर थेरेपीसीड थेरेपीमैग्नेट थेरेपीमुद्रा मंत्र आदि सभी पद्धतियों का प्रयोग होता हैइसमें व्यवहार किये जानेवाले एक्यूप्रेशर टूल्स अत्यंत सरलइस्तेमाल में आसान  सस्ते हैंबीज आपकी रसोई में दाल और मसाले हैंआपके बगान के पौधों के पत्ते मैग्नेट के रूप में एवं कांटे से एक्यूपंक्चर किया जाता हैकलर थेरेपी में स्केच पेन का प्रयोग होता हैइसमें वायुमंडलीय ऊर्जा एवं सृष्टि की चार शक्तियों को चिकित्सा में हार्मोनाइज्ड किया जाता हैसुजोक से शारीरिक  मानसिक दोनों प्रकार के रोगों का इलाज होता है

इन समस्याओं में है कारगर

मानसिक चिकित्सा : हमारी मनोदशा की भी अपनी एनर्जी होती है और इन्हीं एनर्जी को ट्रीट कर सुजोक में विभिन्न मनोरोगों की चिकित्सा की जाती है जैसे-चिंताभयआत्महत्या की कोशिशडिप्रेशननशास्ट्रेस इत्यादि.

जीवन चिकित्सा : हम सभी के चार जीवन होते हैं-पारिवारिकव्यक्तिगतसामाजिक और आत्मिक जीवनसुजोक के माध्यम से जीवन में आयी इन समस्याओं का समाधान किया जा सकता हैसंपत्तिविवादरोजगार समस्या पारिवारिक संबंधों में तनाव की समस्या आदिइसके द्वारा डिस्टेंट हीलिंग भी की जाती है.

टाइम एक्यूपंक्चर : इसमें भूतवर्तमान और भविष्य में होनेवाली समस्याओं  रोगों का इलाज कर सकते हैंजैसे-तीन साल पहले हुए एक्सीडेंट के कारण आज का कोई दर्दसीजनल प्रॉब्लमअक्तूबर और मार्च में होनेवाले अस्थमा अटैक आदि का समय पूर्व इलाज.

स्माइल मेडिटेशन : स्माइल मेडिटेशन को भी विकसित किया गयालोगों को स्ट्रेन फ्री रह कर अपने अंदर की खुशी को पहचाननापरोपकार आदि को महत्व देने के बारे में बताया जाता हैस्माइल मेडिटेशन में मौन साधना के साथ गान और नृत्य द्वारा भी मेडिटेशन किया जाता हैमन अत्यंत आनंदित हो जाता है और आधी बिमारी तो वहीं दूर हो जाती है.

सुजोक और व्यायाम

कुछ व्यायाम भी विकसित किये गये हैंइसकी मुद्राएं इतनी नाजुक और सरल हैं कि 80 वर्षीय व्यक्ति भी इसे कर सकते हैंइसकी विशेषता है कि यह बॉडी मेडिटेशन है अर्थात् शांत भाव से किये गये ये व्यायाम बॉडी माइंड और सोल को कॉस्मिक एनर्जी के साथ जोड़ते हैं.

ट्रीटमेंट टिप्स : 

माइग्रेन पेन : सबसे पहले सुजोक रिंग से हथेली के आगे-पीछे  उंगलियों को अच्छी तरह एक्यूप्रेशर करेंइतना करें कि त्वचा हल्की गरम और लाल हो जायेउंगली के छोर को दबाएंअब निर्देशानुसार कलर करेंअब निर्देशानुसार बीज लगाएं.

ध्यान रखें : बीज स्वस्थ होकलर करने के बाद दो घंटे तक पानी  लगेअगर गलती से लग जायेतो दुबारा कलर  करेंबीज आठ घंटा लगा रहने देंहर बार नया बीज लेंहर वक्त बीज  लगाये रखेंत्वचा को सांस लेने दें.

ट्राइआॅरिजिन

प्रोफेसर पार्क ने बिग बैंग थ्योरी को आधार बना कर ट्राइआॅरिजिन थ्योरी दी हैइसमें सूर्य की आवाज 'ओममें विद्यमान चार शक्तियां हेटरोहोमोन्यूट्रोन्यूटो इन चार शक्तियों को भी ट्रीटमेंट में प्रयोग किया गया हैयह हमारे हिंदु धर्म की ट्रिनिटी फोर्स हैं ब्रह्माविष्णु और शिवचौथी शक्ति रीजेनरेटर शिव हैंब्रह्मा-सृजनकर्ताविष्णु-पालनकर्ताशिवा-संहारकर्तारीजेनरेटर शिव वापस सारे तत्वों को यथास्थान भेजनेवाले हैंइन शक्तियों का इस्तेमाल भी हम कलर थेरेपी द्वारा करते हैंजिससे कई रोगों के उपचार में मदद मिलती है
            
विशेषज्ञ का परिचय 

लेखिका इंटरनेशनल सुजोक एसोसिएशन द्वारा सर्टिफाइड सुजोक थेरेपिस्ट हैं और उपचार के दौरान बेहद अच्छे परिणाम पाये हैंइन्होंने इस पद्धति की ट्रेनिंग गोल्ड मेडलिस्ट भूपिंदर कौर से लीजिन्होंने इसे सीधे सुजोक के निर्माता  जापानी प्रोफेसर पार्क जे वु से सीखा हैश्रीमति भूपिंदर कौरदिल्ली कैंट के अर्जन बिहार में सुजोक क्लिनिक चलाती हैंजो एक वेलफेयर वेंचर है
विभिन्न पद्धतियों से होता है उपचार

एक्यूप्रेशरहर्बल एक्यूपंक्चरकलर थेरेपीसीड थेरेपीमैग्नेट थेरेपीमुद्रा मंत्र आदि पद्धतियों से उपचार होता है.एक्यूप्रेशर : सुजोक के एक्यूप्रेशर टूल्स बहुत ही सरल और इस्तेमाल में आसान हैंइसे स्वयं ही किया जा सकता हैसाथ ही ये सस्ते भी हैंचिकित्सा की शुरुआत एक्यूप्रेशर से की जाती हैजो एनर्जी पथ की रुकावट दूर करती है.

हर्बल एक्यूपंक्चर : एनर्जी को ज्यादा या कम यानी हार्मोनाइज करने के लिए हर्बल या किसी भी पौधे के कांटे का प्रयोग किया जाता हैवह भी केवल हाथ या पैर मेंइससे हार्ट अटैकमिरगी का दौरा आदि इमरजेंसी से भी निबटा जा सकता है.

सीड थेरेपी : सीड या बीज में बहुत अधिक एनर्जी होती हैजो अनुकूल परिस्थिति में एक पौधे को जन्म देती है और यह पौधा आनेवाले कितने पौधों के वंश को चलाता हैजब हम ऐसी एनर्जी से भरपूर स्वस्थ बीज को 'बीमारअंग के हाथ या पैर से संबंधित बिंदुओं पर लगाते हैंतो यह बीमारी की नकारात्मक ऊर्जा को लेकर अपनी सकारात्मक ऊर्जा उस अंग को प्रेषित करती हैंदर्द के लिए यह अत्यंत उपयोगी हैसीड लगाने के लिए कागज के टेप में बीज रख करटेप फाड़ लेते हैं और उसे बैंड एड की तरह हांथ या पैर में लगाते हैं.

कलर थेरेपी : सुजोक में कलर थेरेपी काफी महत्वपूर्ण हैइसके द्वारा एनर्जी ट्रीटमेंट करते हैंकलर थेरेपी में हम किसी भी कोशिका या अंग तक प्रवेश करते हैंइसकी तुलना हम 'रेकीसे कर सकते हैं. 'सुजोकमें हम हाथ और पैर में कलर करते हैं और इसके कारण सुजोक द्वारा हर एक बीमारी का इलाज संभव हैइसके लिए हम 'स्केच पेनका प्रयोग करते हैंजो हर घर में बच्चों के पास होता है.

मैग्नेट थेरेपी : इसकी मदद से कहीं ऊर्जा खिंची चली आती है और ऊर्जा ज्यादा हैतो उसे मैग्नेट खींच कर बाहर निकाल देता हैइसका असर इतना जल्द होता है कि आधे-एक मिनट में ही असर पता चलने लगता हैपत्तालोहे का तारतिनका आदि को भी मैग्नेट की तरह इस्तेमाल किया जाता हैबाजार में बार मैग्नेटचक्र मैग्नेटस्टार मैग्नेट जैसे अत्यंत छोटे मैग्नेट उपलब्ध हैंजो उंगलियोंहाथपैर में लगाये जाते हैं.
मुद्रा मंत्र : हमारे हाथों से बनी मुद्राएं काफी महत्वपूर्ण होती हैंसुजोक के मुद्रा मंत्र कई रोगों को ठीक कर सकते हैंहर रोग के लिए एक मंत्र भी होता हैजिसके जाप से ट्रीटमेंट का असर बढ़ जाता हैइस प्रकार सुजोक में इन पद्धतियों को मिला कर इलाज किया जाता हैजिसके कारण परिणाम बहुत ही सकारात्मक होते हैं.


1 comment:

  1. Sujok .... an alternate mode of treatment. Gr8 job Antara. It works miraculously.

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